वक्फ बिल का विरोध तेज, AIMPLB की अपील – ‘जुमे की नमाज के दौरान काली पट्टी बांधें मुसलमान’
नई दिल्ली: वक्फ संशोधन विधेयक 2024 का विरोध अब जोर पकड़ता जा रहा है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने देशभर के मुसलमानों से अपील की है कि वे जुमातुल विदा (रमज़ान के आखिरी जुमे) पर काली पट्टी बांधकर नमाज अदा करें। AIMPLB का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समाज के धार्मिक और सामाजिक अधिकारों के खिलाफ है।
समाजवादी पार्टी ने भी किया समर्थन, इक़रा हसन बोलीं – ‘आखिरी दम तक लड़ेंगे’
वहीं, समाजवादी पार्टी की नेता इक़रा हसन ने भी वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने का ऐलान किया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, “हम आखिरी दम तक लड़ेंगे, 2027 में योगी सरकार का बोरिया-बिस्तर बंध जाएगा।” समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरने की भी बात कही है।
सरकार पर सवाल, विरोधियों का क्या कहना है?
AIMPLB और विपक्षी दलों का कहना है कि यह बिल वक्फ संपत्तियों को कमजोर करने और मुसलमानों के अधिकारों को छीनने का प्रयास है। वहीं, सरकार की दलील है कि यह संशोधन पारदर्शिता और प्रशासनिक सुधार लाने के लिए किया गया है।
क्या है वक्फ संशोधन विधेयक 2024?
यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन से जुड़ा है और इसमें कई बदलाव किए गए हैं। इसका विरोध करने वाले इसे मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों को प्रभावित करने वाला बता रहे हैं। अब देखना होगा कि AIMPLB की इस अपील का कितना असर होता है और वक्फ बिल को लेकर विरोध कितना व्यापक रूप लेता है।