सहारनपुर । जिलाधिकारी डॉक्टर दिनेश चंद्र ने शादी की वर्षगांठ के अवसर पर कहा आप सभी से शुभकामना, स्नेह, आशीर्वाद और अपनापन प्राप्त कर मैं अभिभूत हूं और मैं आप सभी का हृदय तल से आभार व कृतज्ञता प्रकट करता हूँ,
आप सभी ने मिलकर मेरी शादी की सालगिरह को इतना खूबसूरत और बेहतरीन बना दिया.. सालगिरह पर डॉ दिनेश चंद्र द्वारा लिखित भावपूर्ण शब्दों को आप सभी के समक्ष प्रेषित किए जा रहे हैं ।
क्या भूलें, क्या याद करू में अगणित उन्मादो के क्षण हैं अगणित अवसादो के क्षण है, रजनी की सूनी घड़ियों को किन-किन से आबाद करू मैं क्या भूलें, क्या याद करूँ मैं अनंत खुशिया देखी, गम के सागर में हिलोरे खाती जिन्दगानी देखी सब कुछ देखा,
गमों के सायों में खोया सम्पूर्ण परिवार देखा, क्या भूलें, क्या याद करूँ मैं वैश्विक महामारी, कोविड-19 से भयाक्रान्त राष्ट्र एवं विश्व देखा, विपदाओं से चार हाथ कर उभरता संसार देखा, क्या भूलें, क्या याद करूँ मैं भरे हुए अस्पताल, शमशान, कर्बिस्तान देखे।
चिखती चिंघाड़ती मानवता को देखा, कोरोना योद्धाओं को भीषण विभीषिका में सेवादान करते देखा, राष्ट्र के महानायकों का पुरुषार्थ देखा, प्रदेश के मुखिया का साहसिक कार्य, अदम्य साहस देखा क्या भूलें, क्या याद करूँ मैं।
12 मई मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण, मंगलकारी भूत एवं भविष्य की सुखद यात्रा को स्मरण करने का दिवस है जिसने मेरे परिवार को खुशियों की एक ऐसी चिरस्मरणीय सौगात दी, जिसके बलबूते पर मैन गृहस्थ जीवन की सुखद यात्रा की शुरूआत हर्ष, उल्लास भरे वातावरण में की।
इसी दिन हमने अपनी प्रेयसी, स्नेहिल सपना रानी सिंह को धर्मपत्नी के रूप में स्वीकार किया था. सुदीर्घ वर्षों की बात, आज भी स्मरण है इस घड़ी का जब यह शुभ, मांगलिक निर्णय दोनो परिवार के बुजुर्ग एवं माता-पिता की सहर्ष स्वीकृति के आधार पर हुआ था।
संघर्षपूर्ण जीवन की इस यात्रा में याद करने एवं भूलने लायक भी कई पल होंगे, परन्तु मैं अधिकारिक पुष्टि एवं प्रमाणिकता के साथ कह सकता हूँ मेरा जीवन एक खुली किताब है, जिसको सफल बनाने में मेरी पत्नी का बहुत बड़ा संघर्ष एवं सहयोग है।
ईश्वर की असीम कृपा, मेरे आराध्य एवं ईष्ट मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त श्री हनुमान जी की कृपा से यह सुखद शौभाग्यशाली जीवन की यात्रा एवं कभी-कभी कंकरीली, कांटोयुक्त राह से गुजरकर पुनः आधुनिक युग की एक्सप्रेस-वे जैसी सुन्दर सड़को पर चलता अनवरत जीवन स्मरण किये जाने योगय है।
इस स्मरणीय जीवन यात्रा का श्रेय परिवार के साथ मित्रों एवं सभी शुभचिन्तकों को जाता है।मेरे एक मित्र एवं वरिष्ठ पत्रकार श्रीमान भागवत शुक्ला जी ने 12 मई, 2022 को जनपद बहराइच में इस शुभ अवसर पर एक सन्देश मेरे नाम दिया था उसको मैं आज उद्धरित करना चाहता हूँ:-
*”लोकप्रियता एक ऐसा शब्द है जिसे प्राप्त तो हर कोई करना चाहता है, परन्तु वह ऐसी राजकुमारी है जो अपनी वरमाला हर किसी के गले में नहीं डालती है, लेकिन यह भी उतना ही सच है कि ये, ये भी नहीं सोचती है कि जिसे वह चुन रही है वह नेता है, अफसर है या आम अदना सा इंसान।
बस जिसे वह अपनी कसौटी पर कसकर अपने लायक चुन ले, लेकिन जिसे ये चुनती है उसे अपने करोड़ो के दिलो का राजा बना देती है।
“*मैं यह शब्द यहां उल्लेख इसलिये कर रहा हूँ मेरे ईष्ट मेरे आराध्य मुझे पदेन दायित्व को कुशलतापूर्वक जनहित, राष्ट्रहित के लिये निर्वहन करने की असीम शक्ति एवं अनंत ऊर्जा प्रदान करें।
आप सभी ने नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के दूर-सुदूर अंचलों से शुभकामना सन्देश सम्प्रेषित किये, विशेष रूप से मेरी शासकीय कर्म स्थली सहारनपुर तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न तैनाती के जनपदों यथा मुरादाबाद, मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, इलाहाबाद, हरिद्वार, कानपुर और अन्त में अपनी बचपन की धूल-धूसरित यादों को संजोये अपनी जन्म स्थली बिजनौर तथा समान राशि के जनपद बहराइच के नागरिकों, जनप्रतिनिधियों एवं जन-जन की आवाज को अपनी लेखनी से वैश्विक फलक तक पहुँचाने वाले सभी प्रेस के साथियों का हृदय से आभार।
आपकी संवेदनाओं एवं भावपूर्ण शुभकामनाओं के लिये पृथक-पृथक कृतज्ञता अभिव्यक्त करने की मेरी इच्छा है. परन्तु शब्द नहीं हैं, किस प्रकार प्रत्येक के प्रति अभिव्यक्त शब्दों एवं भाव के प्रति अपनी भावना को प्रदर्शित करूँ।
आपकी शुभकामनाएँ मेरे लिये अज्जस ऊर्जा का संबल बनेंगी। सभी का कोटि-कोटि धन्यवाद, *” अचल रहा जो पथ पर, लाख मुसीबत आने में मिली सफलता जग में उसको, जीने में मर जाने में।डॉ० दिनेश चन्द्र, जिलाधिकारी, जनपद सहारनपुर !