विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक चेतावनी के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने राज्य के नियामकों, डॉक्टरों और मरीजों को लिवर की डेफिटालियो और कैंसर की एडसेट्रिस नामक दो दवाएं को लेकर सतर्क किया है।
नयी दिल्ली l मानवाधिकार आयोग ने नकली दवाओं को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव और भारत के औषधि महानियंत्रक को नोटिस जारी किया है और इस मामले में चार सप्ताह के अंदर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक चेतावनी के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने राज्य के नियामकों, डॉक्टरों और मरीजों को लिवर की डेफिटालियो और कैंसर की एडसेट्रिस नामक दो दवाएं को लेकर सतर्क किया है। कथित तौर पर भारत सहित चार देशों में पाए गए एडसेट्रिस इंजेक्शन 50एमजी की नकली दवा अक्सर रोगी तक पहुंच जाती है और यह दवाएं अनियमित आपूर्ति चैनलों (मुख्य रूप से ऑनलाइन) के माध्यम से वितरित की जाती हैं।
आयोग ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में केंद्र और आषधि विनियामक को नोटिस दिए जाने की जानकारी देते हुए कहा है कि मीडिया की रिपोर्ट की सामग्री अगर सही है, तो यह मानव अधिकारों का उल्लंघन है।
Human Rights Commission’s notice regarding fake medicines