अब यह समझ लीजिये कि ज़ब मंत्री इतने पैसे लेकर पोस्टिंग करेंगे तब विभागों का क्या होगा…
Shah Alert
ये शायद पूर्व सांसद राजवीर सिंह व स्व कल्याण सिंह के पौत्र है…….
जो भी आरोप इस पत्र में लिखें गए है. इतने भी झूठे नहीं होंगे कि सटीक आरोप लिख दिए जाये….
खैर जाँच तो बनती है क्योंकि यह और आम पत्र नहीं है. इस पर एक बकील के हस्ताक्षर है.
मुख्यमंत्री को इस पत्र को NCR मान कर ही जाँच करा लेनी चाहिए… पता तो चले कि कौन दूध है और और कौन पानी!!!
क्योंकि पूर्व बीजेपी कार्यकाल में सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे तब.. सरकार ने तुरंत उनसे विभाग छीन लिया था…..
कही कल्याण सिंह के नाम का अमृत अभी भी चल तो नहीं रहा है….. खैर मुख्यमंत्री जाँच कर लो या करा लो…