प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ने बुधवार शाम को मुंबई में आठ स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) के एक वरिष्ठ अधिकारी का आवास और सूरज चव्हाण का आवास भी शामिल है।
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) को झटका देते हुए आदित्य ठाकरे के करीबी सहयोगी सूरज चव्हाण को कोविड लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को खिचड़ी वितरण घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
केंद्रीय एजेंसी ने बुधवार शाम को मुंबई में आठ स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) के एक वरिष्ठ अधिकारी का आवास और चव्हाण का आवास भी शामिल है।
यह गिरफ्तारी खिचड़ी वितरण घोटाले में बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा वित्तीय हेराफेरी की ईडी के नेतृत्व वाली जांच में हुई है। इस संबंध में भाजपा नेता कृत सोमिया ने शिकायत दर्ज कराई है।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ईओडब्ल्यू ने कोविड-19 के दौरान विभिन्न ठेके देने में हुई अनियमितताओं के संबंध में गलती से अपराध दर्ज कर लिया है। इस मामले में मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर और अन्य शिवसेना नेता आरोपी हैं।