संभल: लाउडस्पीकर से लेकर मेलों तक बैन: संभल प्रशासन ने ऐतिहासिक नेजा मेले पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह मेला सैयद सालार मसूद गाजी की याद में पिछले 1000 सालों से आयोजित किया जाता रहा है, लेकिन अब प्रशासन ने इसे पूरी तरह से रोकने का फैसला किया है,
ASP का सख्त बयान- “लुटेरे के नाम पर कोई आयोजन नहीं”
सोमवार को नेजा मेला कमेटी के सदस्य सदर कोतवाली में ASP श्रीश चंद्र से मिले और मेले की अनुमति मांगी। लेकिन ASP ने सख्त शब्दों में कहा—> “जिसने देश को लूटा, सोमनाथ को नष्ट किया, उसकी याद में मेला नहीं लगेगा। अगर किसी ने झंडा गाड़ा, तो उसे राष्ट्रद्रोही माना जाएगा।”
ASP ने आगे कहा कि “अगर परंपरा का हवाला देना है, तो पहले मजिस्ट्रेट से अनुमति लें। लेकिन लुटेरे की याद में किसी भी आयोजन की इजाजत नहीं मिलेगी।”
33 अवैध मकानों और मस्जिद पर भी चलेगा बुलडोजर
संभल में प्रशासन का एक्शन लगातार जारी है। चंदौसी में नगर पालिका की 6 बीघा जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में DM डॉ. राजेंद्र पेंसिया और SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने निरीक्षण किया।
जांच में पता चला कि जमीन पर अवैध रूप से मस्जिद और 33 मकान बनाए गए हैं। अब प्रशासन दस्तावेजों की जांच कर रहा है और अवैध निर्माण पाए जाने पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
संभल में धार्मिक आयोजनों पर सख्ती?
बीते कुछ समय से प्रशासन ने धार्मिक आयोजनों पर कड़ी निगरानी रखी है। पहले लाउडस्पीकर को लेकर प्रतिबंध की चर्चा थी, अब नेजा मेले पर भी रोक लगा दी गई है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या प्रशासन आने वाले समय में और कड़े फैसले ले सकता है?
👉 क्या नेजा मेला कमेटी प्रशासन से अनुमति ले पाएगी?
👉 क्या धार्मिक आयोजनों पर प्रशासन का रुख और सख्त होगा?